रायपुर, धमतरी, दुर्ग, कोरबा और महासमुंद में चल रही है जांच
रायपुर (CGVARTA)। राइस मिलरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (ED Raid) की कार्रवाई जारी है। ईडी (ED Raid) की टीम मिलरों के 7 ठिकानों पर दस्तावेजों, बोकस बिलिंग, चावल के परिवहन के साथ ही कस्टम मिलिंग और वर्क आर्डर की जांच कर रही है।
यहां चल रही जांच
इस समय रायपुर के तिल्दा, नवापारा राजिम, धमतरी के कुरूद, दुर्ग, महासमुंद, कोरबा और कटघोरा स्थित दो ठिकानों पर जांच चल रही है। बताया जाता है कि कोरबा में ईडी की टीम ने छापे की कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर शनिवार को कटघोरा के दो तथा गोबरा नवापारा के एक राइस मिलर के यहां छापे की कार्रवाई की है। जिन ट्रांसपोर्टरों के यहां ईडी ने छापे की कार्रवाई शुरू की थी, उन ट्रांसपोर्टरों के यहां जांच पूरी कर ली गई है। कुछ राइस मिलरों के यहां छापे की कार्रवाई अब तक जारी है।
20 अक्टूबर को 24 ठिकानों पर हुई थी कार्रवाई
ईडी ने 20 अक्टूबर को 24 ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें राइस मिलर, ट्रांसपोर्टर और कुछ मार्कफेड के जिला अधिकारी शामिल थे। उनसे पूछताछ कर दस्तावेजी साक्ष्य जब्त किया गया है। ईडी ने छापे की कार्रवाई के बाद एक दर्जन से ज्यादा नान, मार्कफेड के अफसरों के अलावा राइस मिलर तथा ट्रांसपोर्टरों को पूछताछ के लिए नोेटिस जारी किया है। इन सभी को 25 अक्टूबर के बाद से पूछताछ के लिए उपस्थिति दर्ज करने और बयान देने के लिए बुलवाया है। गड़बड़ी के दस्तावेज मिले ईडी को जांच के दौरान चावल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के दस्तावेज मिले हैं। इसमें अफसर, राइस मिलरों के साथ ही ट्रांसपोर्टर और अन्य लोगों के संलिप्तता होने की बात सामने आई है। इसे देखते हुए सभी के भूमिका की जांच की जा रही है।
हवाला के जरिये खपाया काला पैसा
ब्लैकमनी को हवाला के जरिए खपाया चावल घोटाला मामले में ईडी ने जिन राइस मिलर व अफसरों के यहां छापे की कार्रवाई के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए हैं। उनकी प्रारंभिक पड़ताल में हवाला के माध्यम से लेन-देन करने की जानकारी मिली है। हवाला किन लोगों के साथ और कैसे किया गया, ईडी इसकी पड़ताल कर रही है।