रायपुर । छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में तीन दिवसीय राज्योत्सव का समापन हो गया है। जिसमें प्रदेश के महान विभूतियों को अलंकरण पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया,जिसमें देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनगढ़ भी शामिल हुए और प्रदेश के साथ-साथ बॉलीवुड के कई जाने-माने कलाकारों ने प्रस्तुति भी दिया। लेकिन, कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर न होने को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत और उप मुख्यमंत्री अरुण साव आमने सामने हैं। कांग्रेस ने तस्वीर मामले में राज्य की संस्कृति और परंपरा का अपमान बताया है, वहीं भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने छत्तीसगढ़ महतारी के मान-सम्मान को बढ़ाने का काम किया है।
जिनकी सेवा कर रहे हैं उनकी ही तस्वीर नहीं : महंत
डॉ. चरणदास महंत ने मीडिया से चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा को छत्तीसगढ़ महतारी की इज्जत नहीं है। जिनकी सेवा कर रहे हैं, उनकी ही तस्वीर कार्यक्रम में नहीं थी। महंत ने चुनाव के दौरान धार्मिक साधु और संतों के दौरों पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि धार्मिक एजेंडे पर काम नहीं करना चाहिए। हमारा लोकतंत्र और संविधान है। लोकतंत्र, भाईचारा और एकता के नाम से वोट मांगना चाहिए, तभी सही चुनाव कहा जाएगा हैं।
छत्तीसगढ़ महतारी के मान सम्मान बढ़ाने का काम:- अरुण साव
श्री साव ने कहा, आज देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ की अलग पहचान बनी है वो केवल बीजेपी के कारण बनी है, कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को कुपोषण, अशिक्षा और भुखमरी के कगार पर छोड़ा था, छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने देशभर में भ्रष्टाचार, अपराध और नशे के गढ़ के रूप में बदनाम करवाया, छत्तीसगढ़ के मान सम्मान और गौरव की बात आपके मुंह से शोभा नहीं देती, छत्तीसगढ़ का मान सम्मान बढ़ाने का काम हमारी सरकार विष्णु देव साय के नेतृत्व में कर रही है,