रायपुर (CGVARTA). (Air NCC) कहते हैं जब गुरु के सामने चेला बड़े पद पर आसीन हो जाए तो गुरु के लिए इससे ज्यादा खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती। ऐसा ही वाक्या रायपुर में सामने आया है।
1998 में एनसीसी (Air NCC) में एसोसिएट अफसर बने दुर्गा कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विजय चौबे के अधीन 2006 में शंकराचार्य कॉलेज भिलाई से बीएससी की पढ़ाई कर रहे विवेक साहू ने एनसीसी (Air NCC) ‘बी’ और ‘सी’ सेर्टिफिकेट की ट्रेनिंग ज्वाइन की।
इस समय विवेक साहू अपने एएनओ डॉ. विजय चौबे को सैलूट करते थे, लेकिन आज विवेक साहू अपने ही एनसीसी ग्रुप (Air NCC) में कमान अधिकारी के रूप में पदस्थ हुए हैं। इससे पूरे प्रदेश में खुशी की लहर है। विंग कमांडर के पास वायु सेना के कई लड़ाकू एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है।
फाइटर एयरक्राफ्ट को उड़ाने का अनुभव
विंग कमांडर विवेक कुमार साहू इकलौते ऐसे कमान अधिकारी हैं, जो इसी यूनिट के वर्ष 2005 में कैडेट रहे। उन्होंने राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड नई दिल्ली 2005 में हिस्सा लिया। 2005 में ही इन्हें यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एनसीसी की तरफ से विदेश जाने का मौका मिला।
साथ ही वर्ष 2008 में हैदराबाद एयर फोर्स एकेडमी से वायु सेना में कमीशन प्राप्त किया। तत्पश्चात बीदर (कर्नाटक) में इन्होंने अपनी बेसिक फाइटर एयरक्राफ्ट की ट्रेनिंग ली। मिग-21, जैगुआर आदि फाइटर एयरक्राफ्ट को उड़ाने का अनुभव विंग कमांडर के पास है। इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग किया इन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस दिल्ली में ज्वाइंट डायरेक्टर का पद भी संभाला।
पैतृक गांव में ली प्रारंभिक शिक्षा
एसोसिएट एनसीसी अधिकारी दुर्गा महाविद्यालय स्क्वाड्रन लीडर डॉ विजय कुमार चौबे ने बताया, हमारे वर्तमान मुखिया विंग कमांडर विवेक साहू की प्राथमिक शिक्षा अपने पैतृक गांव में हुई। नवोदय विद्यालय माना से उन्होंने छठवीं से 12वीं की पढ़ाई पूरी करते हुए एनसीसी जूनियर डिविजन में ‘ए’ प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
उसके बाद शंकराचार्य कॉलेज भिलाई से बीएससी करते हुए रायपुर से एयर एनसीसी लेकर वर्ष 2005 में आरडीसी एवं 2005 में ही वाईईपी के तहत विदेश जाने का अवसर मिला। उस समय मैं रायपुर एनसीसी में एएनओ था। उस समय विवेक साहू का अधिकारी मैं था, अब विवेक साहू इस यूनिट के मुखिया है, तो अब वे मेरे अधिकारी हैं।
उन्हें अब मैं सैलूट करता हूं। इसी यूनिट के एनसीसी कैडेट रहकर फाइटर पायलट बनना और अपनी उसी पैतृक यूनिट में कमान अधिकारी बनना छत्तीसगढ़ एयर एनसीसी के पिछले 60 वर्षों में ऐतिहासिक क्षण है।
एनसीसी का अनुशासन ही यहां तक लाया
इस अवसर पर एनसीसी एयर विंग के सभी फिजिकल ट्रेंनिंग इंस्ट्रक्टर, सिविलियन स्टाफ और अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में विंग कमांडर विवेक साहू ने कहा कि यह मेरे लिए भी बड़ा सौभाग्य पूर्ण विषय है कि जिस इकाई का आज से 18 साल पहले मैं कैडेट था उस यूनिट का मुखिया बनने का मुझे अवसर एनसीसी के द्वारा ही सिखलाए गए अनुशासन, मेहनत एवं व्यक्तित्व विकास के कारण ही प्राप्त हुआ है।